Zomato (NSE: ZOMATO) भारतीय फूड डिलीवरी और रेस्टोरेंट एग्रीगेटर सेक्टर का एक प्रमुख खिलाड़ी है। हाल के महीनों में इसके शेयर में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। अगर आप Zomato में निवेश करने की सोच रहे हैं या पहले से ही होल्ड कर रहे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि अगला टारगेट क्या हो सकता है और क्या आपको खरीदना चाहिए या बेचना चाहिए?
Zomato का करंट परफॉर्मेंस
मौजूदा प्राइस: (हाल के मार्केट डेटा के अनुसार)
52-वीक हाई/लो:146/305
मार्केट कैप:214913 cr.
Zomato ने हाल ही में अपने Q4 रिजल्ट्स में मजबूत ग्रोथ दिखाई है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी बनी हुई हैं।
अगला टारगेट: अपसाइड पोटेंशियल
टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के आधार पर:270/-
निकट-अवधि टारगेट: ₹250
मध्यम-अवधि टारगेट: ₹240
लॉन्ग-टर्म टारगेट (1-2 साल): ₹280
खरीदने के कारण (Bullish Factors):
✅ रेवेन्यू ग्रोथ: फूड डिलीवरी और हाइपरलोकल सेगमेंट में एक्सपेंशन।
✅ ब्लिंकिट का कॉन्ट्रिब्यूशन: क्विक कॉमर्स बिजनेस से मजबूत मार्जिन।
✅ मार्केट लीडरशिप: Swiggy के साथ डुओपोली में मजबूत पोजीशन।
बेचने या होल्ड करने के कारण (Bearish Factors):
❌ प्रॉफिटेबिलिटी चुनौती: अभी भी लॉस मेकिंग, हालांकि कम हो रहा है।
❌ कंपटीशन: नए प्लेयर्स और स्विगी का प्रेशर।
❌ मार्केट वोलेटिलिटी: इकोनॉमिक अनसर्टेंटी से प्रभावित।
एनालिस्ट की राय: Buy, Sell या Hold?
शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: प्राइस एक्शन और ट्रेंड ब्रेकआउट देखें।
लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स: ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा, SIP स्टाइल में एंट्री लें।
क्या करें? अगर आप रिस्क ले सकते हैं और ग्रोथ में भरोसा है, तो खरीदें।
अगर आप पहले से होल्ड कर रहे हैं और बुक प्रॉफिट चाहते हैं, तो पार्शियल एक्जिट करें।
मार्केट करेक्शन का इंतजार करने वाले वेट एंड वॉच स्ट्रैटेजी अपनाएं।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सिर्फ इनफॉर्मेशनल उद्देश्य के लिए है। इन्वेस्टमेंट से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
Zomato (NSE: ZOMATO) भारत की टॉप फूड डिलीवरी और रेस्टोरेंट एग्रीगेटर कंपनियों में से एक है। हाल के समय में इसके शेयर में काफी वोलेटिलिटी देखी गई है। अगर आप Zomato में निवेश करने की सोच रहे हैं या पहले से इन्वेस्ट किया हुआ है, तो यह जानना जरूरी है कि कंपनी का फंडामेंटल, टेक्निकल ट्रेंड और एक्सपर्ट्स की राय क्या कहती है।
Zomato का फंडामेंटल एनालिसिस (Fundamental Analysis)
कंपनी का बिजनेस मॉडल
फूड डिलीवरी (Core Business): भारत में Swiggy के साथ मार्केट शेयर की लड़ाई।
ब्लिंकिट (Quick Commerce): 10-15 मिनट की डिलीवरी के साथ ग्रोइंग सेगमेंट।
हाइपरलोकल (Hyperlocal): ग्रॉसरी और दैनिक जरूरतों की डिलीवरी।
फाइनेंशियल हेल्थ (Latest Quarterly Results – Q4 FY24)
पैरामीटर वैल्यू (YoY ग्रोथ)
रेवेन्यू ₹3,562 Cr (+68%)
EBITDA -₹127 Cr (Improving)
नेट लॉस ₹188 Cr (कम हुआ)
ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) ₹11,600 Cr (+28%)
✅ पॉजिटिव: रेवेन्यू ग्रोथ मजबूत, लॉस कम हो रहा है।
❌ चिंता: अभी भी प्रॉफिटेबल नहीं, कैश बर्न जारी।
Zomato का टेक्निकल एनालिसिस (Technical Analysis – Next Target)
(Data as per latest market trends)
की लेवल्स (Support & Resistance)
सपोर्ट (Buying Zone): ₹170 – ₹180
रेजिस्टेंस (Selling Zone): ₹200 – ₹220
अगला टारगेट (If Breaks ₹220): ₹250+
इंडिकेटर्स:
RSI (14): ~55 (Neutral Zone)
MACD: हिस्टोग्राम पॉजिटिव, अपट्रेंड संभावना। मूविंग एवरेज (50/200 DMA): गोल्डन क्रॉस फॉर्मेशन (Bullish Signal)।
📈 शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: ₹200 के ऊपर सस्टेन होने पर खरीदारी।
📉 स्विंग ट्रेडर्स: ₹170-180 पर सपोर्ट टेस्ट करने का इंतजार।
एक्सपर्ट्स और ब्रोकरेज हाउस की राय (Buy/Sell/Hold?)
ब्रोकरेज फर्म रेटिंग टारगेट प्राइस
Morgan Stanley Overweight ₹230
Goldman Sachs Buy ₹240
JP Morgan Neutral ₹190
Kotak Securities Sell ₹160
कंसेंसस:
लॉन्ग-टर्म (1-2 साल): अच्छा ग्रोथ पोटेंशियल (₹250-300)।
शॉर्ट-टर्म: वोलेटिलिटी रहेगी, ₹200 के ऊपर स्थिरता जरूरी।
Zomato में निवेश करें या नहीं?
खरीदने के लिए 3 कारण (Why Buy?)
मार्केट लीडरशिप: Swiggy के साथ डुओपोली, नए प्लेयर्स को एंट्री मुश्किल।
ब्लिंकिट का ग्रोथ: क्विक कॉमर्स सेक्टर में तेजी, अगले 2 साल में प्रॉफिट संभावना।
इकोसिस्टम एक्सपेंशन: डिलीवरी + हाइपरलोकल + डाइनिंग आउट (Intercity लांच)।
बेचने या होल्ड के 3 कारण (Why Sell/Hold?)
प्रॉफिटेबिलिटी इश्यू: अभी भी लॉस में, कैश बर्न रेट चिंताजनक। कंपटीशन: Zepto, Swiggy Instamart, Amazon Fresh से प्रेशर। रिस्क: इकोनॉमिक स्लोडाउन से कस्टमर ऑर्डर कम हो सकते हैं। प्रोफाइल सुझाव
अग्रेसिव इन्वेस्टर्स ₹180-190 पर खरीदें, लॉन्ग-टर्म होल्ड (2+ साल)।
कंजर्वेटिव इन्वेस्टर्स ₹200 के ऊपर ब्रेकआउट का इंतजार करें।
ट्रेडर्स (शॉर्ट-टर्म) ₹170-180 सपोर्ट पर खरीदें, ₹200-220 पर बुक प्रॉफिट।
एक्जिट प्लान अगर ₹160 तक गिरे तो स्टॉप-लॉस लगाएं।
अंतिम सलाह:
Zomato हाई-रिस्क, हाई-रिटर्न स्टॉक है।
DCA (Dollar-Cost Averaging) अपनाएं अगर लॉन्ग-टर्म विश्वास है। 5-10% पोर्टफोलियो से ज्यादा एक्सपोजर न दें। यह सलाह सिर्फ रिसर्च पर आधारित है। अपने रिस्क प्रोफाइल के अनुसार निर्णय लें। क्या आप Zomato में इन्वेस्ट करेंगे? कमेंट में बताएं! 🚀📊
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