आजकल ऑनलाइन गेमिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है। PUBG, Free Fire, Ludo King, Dream11 जैसे गेम्स ने युवाओं को अपनी ओर आकर्षित किया है। लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म पर फ्रॉड (धोखाधड़ी) के मामले भी बढ़ रहे हैं। कई लोगों के लाखों रुपये ठग लिए जाते हैं। आज हम जानेंगे कि कैसे आप इन ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड से बच सकते हैं।
ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड के प्रकार फेक गेमिंग ऐप्स कई फर्ज़ी ऐप्स गूगल प्ले स्टोर या अन्य प्लेटफॉर्म्स पर आ जाते हैं, जो यूजर्स से पैसे लेकर गायब हो जाते हैं। ये ऐप्स असली गेम्स की तरह दिखते हैं लेकिन इनमें पैसे डालते ही आपका खाता लॉक हो सकता है। रिचार्ज या विद्रॉयल (Withdrawal) स्कैम ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म का बड़ा धोखा: “जमा करो, लेकिन निकालो नहीं!” क्या आपने कभी ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स या वेबसाइट्स पर “कम समय में ज्यादा पैसा कमाएं” जैसे ऑफर्स देखे हैं? कई लोग इनके चक्कर में आकर पैसे जमा (रिचार्ज) तो कर देते हैं, लेकिन जब वे अपनी कमाई निकालना चाहते हैं, तो प्लेटफॉर्म तरह-तरह के बहाने बनाकर पैसे नहीं देता। यह एक बड़ा ऑनलाइन गेमिंग स्कैम है, जिसमें हज़ारों लोग फंस चुके हैं। कैसे होता है यह धोखा? लालच देकर पैसे जमा करवाना – “₹500 डिपॉजिट करो और ₹5000 बोनस पाओ!” “पहले टॉप-अप करो, फिर बड़ा इनाम जीतो!” पैसे निकालने पर रोक लगाना – “KYC पेंडिंग” – आपसे बार-बार डॉक्यूमेंट मांगे जाते हैं, लेकिन वेरिफिकेशन नहीं होता।
“टेक्निकल इश्यू” – सिस्टम में गड़बड़ी का बहाना बनाकर विद्रॉयल (Withdrawal) रोक दिया जाता है। “मिनिमम विद्रॉयल लिमिट” – “आपके अकाउंट में ₹10,000 होने चाहिए, तभी निकाल सकते हैं!” (लेकिन जब ₹10,000 जमा होते हैं, तो नए नियम बना दिए जाते हैं।) “गेमिंग पॉलिसी का उल्लंघन” – अचानक आपको बताया जाता है कि आपने नियम तोड़ा है, इसलिए पैसे फ्रीज कर दिए गए हैं। अंत में अकाउंट ब्लॉक या ऐप डिलीट – कुछ दिनों बाद ऐप ही गायब हो जाता है या आपका अकाउंट बंद कर दिया जाता है। ऐसे स्कैम्स से कैसे बचें? लालच में न आएं – अगर कोई प्लेटफॉर्म “कम निवेश में ज्यादा रिटर्न” का वादा करता है, तो संदेह करें।
पहले रिव्यूज चेक करें – गूगल, ट्रस्टपायलट या सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म के बारे में रिसर्च करें। छोटी रकम से टेस्ट करें – पहले कम पैसे डिपॉजिट करके देखें कि विद्रॉयल सही से होता है या नहीं। KYC वेरिफाई होने के बाद ही पैसे लगाएं – अगर प्लेटफॉर्म KYC नहीं करता, तो यह रेड फ्लैग है। UPI/बैंक डिटेल्स गेमिंग ऐप्स को न दें – सिर्फ ट्रस्टेड पेमेंट गेटवे (Paytm, Google Pay, PhonePe) का इस्तेमाल करें। कुछ गेमिंग प्लेटफॉर्म आपको ज्यादा पैसा कमाने का लालच देकर रिचार्ज करवाते हैं, लेकिन जब आप पैसे निकालने की कोशिश करते हैं तो वे अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे नहीं देते।
फिशिंग लिंक्स कई बार आपको गेमिंग ग्रुप्स या सोशल मीडिया पर लिंक्स मिलते हैं, जो “फ्री डायमंड्स” या “अनलिमिटेड कोइंस” का ऑफर देते हैं। ये फिशिंग लिंक्स होते हैं, जो आपका अकाउंट हैक कर सकते हैं। फेक टूर्नामेंट्स कुछ वेबसाइट्स या ऐप्स फर्ज़ी टूर्नामेंट आयोजित करके एंट्री फीस लेते हैं, लेकिन विजेता को कोई इनाम नहीं देते। ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड से कैसे बचें? केवल विश्वसनीय प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करें – जैसे Dream11, MPL, Winzo (लेकिन इन पर भी सावधानी बरतें)। फेक ऐप्स से सावधान रहें – गूगल प्ले स्टोर पर डेवलपर नाम, रेटिंग्स और रिव्यूज चेक करें। फिशिंग लिंक्स पर क्लिक न करें – किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें।
अनावश्यक पेमेंट न करें – अगर कोई गेम बिना पैसे लगाए ज्यादा कमाई का वादा करता है, तो संदेह करें। UPI/पेमेंट डिटेल्स किसी के साथ शेयर न करें – कोई भी गेम कंपनी आपसे बैंक डिटेल्स नहीं मांगती। अगर आप फ्रॉड का शिकार हो गए हैं तो क्या करें? तुरंत बैंक/UPI सेवा प्रदाता को सूचित करें। साइबर क्राइम पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर शिकायत दर्ज करें। पुलिस में FIR दर्ज कराएं। ऑनलाइन गेमिंग मनोरंजन का एक बेहतरीन स्रोत है, लेकिन धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है। किसी भी तरह के लालच में न आएं और केवल विश्वसनीय प्लेटफॉर्म्स का ही उपयोग करें।
सावधान रहें, सुरक्षित रहें!