
नागा साधु महिलाओं को इस दर्दनाक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता हैं ।
बनने की क्या है प्रक्रिया?
अपने सभी रिश्ते-नाते भुलाकर अपना सारा जीवन भगवान के चरणों में समर्पित करना होता है। जब वे इन सभी कठिन परीक्षाओं को पार कर लेती हैं। इन 6 से 12 सालों के समय में इन महिलाओं को अपनी सभी सांसारिक इच्छाओं और मोह-माया को त्यागना होता है। अपने अपने परिवार से दूर रहना पड़ता हैं।महिला नागा साधु बनना बहुत मुश्किल होता है। इस प्रक्रिया के तहत नागा साधु बनने वाली पहले 6 से 12 साल तक ब्रह्मचर्य का पालन करना होता है। इन में कठिन परिस्थितियोंका सामना करके महिलाओं को नागा साधु बनने की अनुमति दी जाती है।
आपने कई बार पुरुष नागा साधु को सुनाहोगा यह देखा होगा।
नए साल 2025 में यूपी में प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ मेला का आयोजन होने जा रहा है। इस प्रोग्राम में देश-विदेश से करोड़ ऑन श्रद्धालु आएंगे यह महाकुंभ मेला लगभग 2 महीने तक चलेगा इस मेले में नागा साधु के साथ-साथ महिला साध्वी शाही स्नान करने के लिए आती है। लेकिन महिला साधु परुष नागा साधु ओम की वस्त्र रहती है या वस्त्र धारण रहती है। अगर आप नहीं जानते तो यह जानिए महिला नागा साधुओं के नियम।
महिला नागा साधु निर्वस्त्र रहती हैं.
लोगों को अक्सर नागा साधुओं जानने कि प्रबल इच्छा रहती हैं।उनके लिए गेरुए रंग के साधारण वस्त्र और भगवा लंगोट पहनने की स्वीकृति दी जाती है।धार्मिक विद्वानों के अनुसार महिला नागा साधु पुरुषों की तरह एकदम नग्न नहीं रहती हैं।
नग्नता का विचार मुख्य रूप जबकि महिला नागा साधु कुछ सीमित कपड़े पहनती हैं ताकि उनकी मर्यादा बनी रहे।
महिला का जवन संयम तपस्या और साधना में समर्पित है यह माथे पर तिलक सर पर मोती जटाएं रखती हैं और शरीर पर राख लगाती हैं। नागा साधु महिलाओं सांसारिक सुकून का त्याग करती है। जीवन में सादगी अपनाती हैं। जिसमें मानसिक और शारीरिक तपस्या शामिल है। नागा साधु बननेलिए लिए कठोर दीक्षा प्रकिया से गुजरना पड़ता है
नागा साधुओं का काला सच।

महिला नागा साधु बनना आसान बात नहीं हैं।
महिला नागा साधुओं की जिंदगी एक सच्ची साधना और तपस्या का प्रतीक मानी गई है, जिसमें वे खुद को पूरी तरह से ईश्वर की साधना में लगा देती हैं।
हिंदू धर्म में कई सदों का वर्णन है इनमें से एक है नागा साधु अक्सर नागा साधुओं की बात आती है तो ध्यान में सिर्फ नागा साधु, पुरुष आते हैं लेकिन आपको बता दें कि महिला नागा साधुभ होती है। महिला नागा साधुओं के नियम भी बहुतहते है
महिला नागा साधु में से ऐसी जुड़ी बहुत रहस्यमई ए बातें हैं पर वह सब को पता नहीं होता है इसलिए आज तक किसीको
पता नहीं हैं महिला नागा साधु कहां रहते है।महिला नागा साधु को माता की पदवी मिलती है। महिला नागासधुओं का जीवन पूरी तरह भगवान शिव को समर्पित होता है।
