महाराष्ट्र सरकार ने किसानों की मदद के लिए एक नई राहत योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत अब राज्य के पंजीकृत किसानों को कम प्रीमियम पर व्यापक फसल बीमा (Crop Insurance) उपलब्ध कराया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले आर्थिक नुकसान से बचाना है। अतिवृष्टि, सूखा, कीट प्रकोप या ओलावृष्टि जैसे प्राकृतिक कारणों से अगर फसल खराब होती है, तो सरकार किसानों को उसका उचित मुआवजा देगी।
📌 योजना की मुख्य बातें:
नामांकित किसानों को बहुत कम प्रीमियम में बीमा सुविधा मिलेगी
फसल खराब होने पर नुकसान की सरकारी भरपाई
बीमा दावा प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बनाया जाएगा
सीधे बैंक खातों में मुआवजा राशि जमा होगी
इस कदम से किसानों को खेती में आत्मविश्वास मिलेगा और आर्थिक रूप से मजबूत बनने का अवसर मिलेगा। सरकार का कहना है कि यह योजना किसानों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने में भी सहायक सिद्ध होगी।
महाराष्ट्र सरकार ने किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से आर्थिक सुरक्षा देने के लिए नई फसल बीमा योजना (Crop Insurance Scheme) की घोषणा की है। यह योजना किसानों को फसल नुकसान की स्थिति में सुरक्षित और भरोसेमंद आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
✅ योजना के मुख्य लाभ:
🔹 1. कम प्रीमियम में बीमा सुविधा
सरकार किसानों से सिर्फ 2% से 5% तक का न्यूनतम प्रीमियम लेगी, बाकी राशि सरकार द्वारा वहन की जाएगी। यह कदम गरीब व सीमांत किसानों को ध्यान में रखकर उठाया गया है।
🔹 2. प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा
यदि किसान की फसल अतिवृष्टि, सूखा, ओलावृष्टि, बेमौसम बारिश, कीट प्रकोप या अन्य कारणों से खराब होती है, तो बीमा के अंतर्गत पूरा मुआवजा दिया जाएगा।
🔹 3. डिजिटल प्रक्रिया और पारदर्शिता
अब दावा प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल की गई है। किसान मोबाइल ऐप या वेबसाइट के माध्यम से अपनी फसल का पंजीकरण कर सकते हैं और नुकसान की रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं।
🔹 4. सीधी बैंक खाते में राशि (DBT)
किसानों को बीमा का मुआवजा सीधे बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से मिलेगा। इसमें किसी बिचौलिए की कोई भूमिका नहीं होगी।
📲 कैसे करें आवेदन?
ऑनलाइन पोर्टल: https://mahadbt.maharashtra.gov.in
आवश्यक दस्तावेज:
आधार कार्ड
7/12 भूमि दस्तावेज
बैंक पासबुक की कॉपी
फसल विवरण
निकटतम CSC सेंटर या कृषि कार्यालय से भी सहायता ली जा सकती है।
🧾 किन फसलों को मिलेगा बीमा कवर?
खरीफ सीजन की फसलें: धान, सोयाबीन, बाजरा, कपास आदि
रबी सीजन की फसलें: गेंहू, ज्वार, चना, सरसों आदि
कुछ विशेष क्षेत्रों में फल व फूलों की फसलें भी शामिल
🎯 सरकार की मंशा क्या है?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा:
“यह योजना किसानों के जीवन में स्थिरता और सुरक्षा लाने का प्रयास है। हमारी सरकार हर हाल में किसानों के साथ है।”
📣 महत्वपूर्ण तिथि:
पंजीकरण की अंतिम तिथि: 31 अगस्त 2025
बीमा कवरेज अवधि: खरीफ 2025 से शुरू
यह योजना न केवल एक बीमा कवर है, बल्कि किसानों को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। पारदर्शी प्रक्रिया, त्वरित मुआवजा और डिजिटल समर्थन इसे और भी प्रभावशाली बनाते हैं। यदि आप किसान हैं, तो समय पर पंजीकरण जरूर कराएं और इस योजना का पूरा लाभ उठाएं।
👉 पंजीकरण प्रक्रिया जल्द ही सरकारी पोर्टल mahadbt.maharashtra.gov.in पर शुरू होगी।