1. Samsung Galaxy F36 5G भारत में जल्द – बजट AI स्मार्टफोन
Samsung ने Flipkart पर अपने “Flex Hi‑FAI” अभियान के तहत Galaxy F36 5G का लोन्च टीज़र जारी कर दिया है। इसमें Exynos 1380 SoC, Full HD+ Super AMOLED डिस्प्ले और कम-से-कम 6 GB RAM की संभावना है। Android 15 पर One UI 7 के साथ यह स्मार्टफोन 25,000 रूपए से कम कीमत में AI-उन्मुख फीचर्स लेकर आएगा।
2. Realme 15 Pro 5G – AI पार्टी फोन 24 जुलाई को
Realme अपना नया “AI party phone” पेश करने जा रहा है – Realme 15 Pro 5G। इसमें 4D curved AMOLED डिस्प्ले (144 Hz), Snapdragon 7 Gen 4 चिप, 7,000 mAh बैटरी (80W चार्जिंग) और AI आधारित ‘AI Edit Genie’ व ‘AI Party’ जैसे विशेषताएँ होंगी। हिंदी बोलें तो, मिड-रेंज में भी फ्लैगशिप‑लेवल AI एक्सपीरियंस मिलने वाला है ।
3. TCS बोली – BPO सेक्टर में AI आएगा भारी बदलाव
TCS के CEO K Krithivasan का कहना है कि AI तकनीक BPO सेक्टर में “transformational disruption” ला रही है। रूटीन कार्य अब स्वचालित होने की दिशा में तेजी से बढ़ेंगे, जिससे सेवा मॉडल और कार्य स्वरूप दोनों बदलेंगे ।
4. Capgemini ने भारत की WNS को 3.3 अरब डॉलर में खरीदा
फ्रांस की Capgemini ने WNS (भारतीय BPS प्रदाता) को $3.3 बिलियन में अधिग्रहीत किया। यह कदम AI-आधारित ऑटोमेशन की दिशा में है, जिससे “agentic AI” के ज़रिए कार्यों का स्वायत्त निष्पादन संभव होगा ।
5. गोवा सरकार AI रोडमैप पर काम कर रही है
गोवा सरकार स्थानीय कर्मचारियों को AI-स्किल से लैस करने के लिए शैक्षिक संस्थानों और इंडस्ट्री भागीदारों के साथ साझेदारी कर ‘AI स्किल डेवलपमेंट रोडमैप’ बना रही है। धीरे-धीरे यह राज्य स्मार्ट और तकनीकी रूप से सक्षम बनता जा रहा है ।
6. लोकसभा में डिजिटल AI ट्रांसक्रिप्शन और उपस्थिति प्रणाली
21 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र में लोकसभा में AI ट्रांसक्रिप्शन और भाषणों का ऑटो-ट्रांसलेशन ट्रायल शुरू होने जा रहा है। सांसदों की हाजिरी अब डिजिटल सीटिंग से रिकॉर्ड होगी, जिससे पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी।
7. ET Soonicorns Summit 2025 – AI स्टार्टअप्स के लिए माइलस्टोन
इस साल का ET Soonicorns Summit 2025 AI-संवर्धित स्टार्टअप्स को यूनिकॉर्न बनाने की रणनीतियों पर केंद्रित होगा। इसमें फाउंडर, निवेशक और उद्योग विशेषज्ञ मिलकर AI में स्केलिंग, ऑपरेशनल चुनौतियों और फंडिंग स्ट्रेटेजीज पर चर्चा करेंगे ।
8. IISER Bhopal में Sustainable Tech और AI का सेंटर
IISER Bhopal ने 52 एकड़ में सुविधाओं युक्त सेंटर की घोषणा की है, जिससे AI, क्वांटम कंप्यूटिंग, स्वच्छ ऊर्जा और क्लाइमेट साइंस में R&D को बढ़ावा मिलेगा। यह सेंटर स्टार्टअप इनक्यूबेशन, उच्च‑परफॉर्मेंस कम्प्यूटिंग एवं इंडस्ट्री-शैक्षणिक सहयोग के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा ।
9. Manjul Bhargava बोले – AI जल्दी विज यूजी स्तर के सवाल हल करेगा
IISc बेंगलुरु के दीक्षांत समारोह में Fields Medal विजेता गणितज्ञ Manjul Bhargava ने कहा कि एक या दो साल में AI UG स्तर के विज्ञान-गणित सवाल ठीक से हल करने में सक्षम होगा। उन्होंने इसके प्रभाव को पाठ्यक्रम और शिक्षण शैली पर प्रभाव डालने वाला बताया ।
10. स्टैनफोर्ड AI Index 2025 – भारत AI प्रतिभा के मामले में सबसे आगे
Stanford AI Index 2025 रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत ने AI हायरिंग में सबसे तेज बढ़त दर्ज की और GitHub पर AI प्रोजेक्ट योगदान के मामले में अमेरिका के बाद दूसरा स्थान प्राप्त किया। फिर भी निवेश, अवसंरचना और अनुसंधान मानकों में सुधार की आवश्यकता है।
11. AI बेस्ड नीति और शिक्षण सुधार – 2025 में बदलाव की बयार
AICTE ने 2025 को “Year of AI” घोषित किया है। इसमें 14,000 कॉलेज और 4 करोड़ छात्रों को शामिल करने की योजना है, शिक्षण – कार्यशाला – प्रमाणन मार्ग पर AI को संपूर्ण रूप से समाहित किया जाएगा।
‘India AI Mission’ हेतु ₹10,300 करोड़ की योजना बनी है, जो 5 वर्षों के भीतर AI क्षमताओं, स्टार्टअप्स, और अवसंरचना को बढ़ावा देगा ।
राष्ट्रीय कोटि के AI मॉडल ‘Sarvam AI’ जो हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में काम करेगा, और देश का पहला स्वदेशी AI मॉडल बनकर उभरेगा
Tata Electronics और Foxconn के निवेश से iPhone असेंबली असल में भारत में शुरू हुई है, जिससे देश प्रीमियम इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण केंद्र बनता जा रहा है ।
तकनीकी परिदृश्य में तेजी: भारत AI, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण तथा स्टार्टअप स्केलिंग में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
नीति और शिक्षा समर्थन: AICTE जैसे निकाय और India AI Mission जैसे सरकारी योजनाएँ शिक्षा व अनुसंधान के साथ AI को मुख्यधारा में ला रहे हैं।
जमीनी कार्यान्वयन: AI रोडमैप, स्मार्ट संसद, BPO ऑटोमेशन जैसे कार्यागार दिखाते हैं कि AI सिर्फ प्रयोग में ही नहीं, बल्कि प्रयोगात्मक मंच से निकल कर व्यावहारिक जगत में उतर रहा है।
भविष्य की चुनौतियाँ: प्रतिभा की कमी, निवेश की अदूरदर्शिता, और ढांचागत सुधार अभी भी प्राथमिक कार्य क्षेत्र बने हुए हैं।
🌱 9. भारी AI निवेश और वैश्विक रुझान
Samsung को AI‑चिप की मंदी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे Q2‑profits में 39% गिरावट
।
वहीं Meta का $14.8 बिलियन का AI निवेश “overheating” चिंताएं जगा रहा है
आगे की राह
क्षेत्र मुख्य प्रभाव
शिक्षा और स्किल्स स्थानीय AI‑विश्वविद्यालय (Universal AI University), IIT‑विकसित ऐप और सरकारी रोडमैप युवाओं को भविष्य के लिए मजबूत कर रहे हैं।
साइबर सुरक्षा Deepfake‑डिटेक्शन व emotional health ऐप इंडिया की डिजिटल सुरक्षा में नया आयाम हैं।
लोकतांत्रिक परिवर्तन संसद में AI‑आधारित निशानदेही, भाषांतर व ट्रांसक्रिप्शन उपाय लोकतंत्र को नवाचार की दिशा ले जा रहे हैं।
स्टार्टअप्स एजेंटिक AI, LLM और Meta‑PlayAI जैसे वैश्विक कदम घर में विकसित हो रहे हैं—यह भारत को AI के वैश्विक नक्शे पर स्थापित कर रहा है।
आज भारतीय AI परिदृश्य में बदलावों का समुचित संगम देखने को मिल रहा है—शासन, शिक्षा, R&D, स्टार्टअप और उद्योग क्षेत्र में।
यह स्पष्ट है: AI अब सिर्फ तकनीक नहीं, बल्कि भारत की बहुआयामी विकास रणनीति का केंद्र है।
📌 नज़र रखने की बात: आने वाले महीनों में हम Sarvam AI के आगमन, iPhone और AI स्मार्टफोन की शुरुआत, और अभिनव AI शैक्षिक-औद्योगिक साझेदारियों को बड़े रूप में देखेंगे।