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ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचें? सावधानी और सुरक्षा के उपाय

इंटरनेट और डिजिटल दुनिया ने हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) और स्कैम के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। कई लोगों को फर्जी वेबसाइट्स, फिशिंग ईमेल, फेक कॉल्स और ऑनलाइन पेमेंट स्कैम का शिकार होना पड़ता है। अगर आप भी इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के तरीके पता होने चाहिए।

ऑनलाइन फ्रॉड के प्रकार (Types of Online Fraud)
फिशिंग स्कैम (Phishing Scams) – फर्जी ईमेल, मैसेज या वेबसाइट के जरिए आपका पर्सनल डेटा चुराने की कोशिश। फेक कॉल्स और मैसेज (Fake Calls & SMS) – बैंक, कस्टमर केयर या लॉटरी विनिंग के नाम पर धोखा। ऑनलाइन शॉपिंग फ्रॉड (Fake Shopping Websites) – नकली वेबसाइट पर पैसे देकर प्रोडक्ट न मिलना। सोशल मीडिया स्कैम (Social Media Fraud) – फेक प्रोफाइल, लोन ऑफर या जॉब फ्रॉड। UPI/पेमेंट फ्रॉड (Payment Scams) – “अमाउंट रिफंड” या “क्लिक द लिंक” के बहाने पैसे चुराना। ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के टिप्स (How to Stay Safe?) फिशिंग लिंक्स पर क्लिक न करें किसी भी अंजान लिंक या अटैचमेंट को ओपन न करें। बैंक या कंपनी के नाम से आए मैसेज को सीधे ऑफिशियल वेबसाइट/ऐप से चेक करें।
स्ट्रॉन्ग पासवर्ड और 2FA का इस्तेमाल करें आसान पासवर्ड (जैसे “123456”) न रखें।

Two-Factor Authentication (2FA) ऑन करें। ऑनलाइन फ्रॉड से और जानकारी: गहराई से समझें और सुरक्षित रहें पिछले ब्लॉग में हमने ऑनलाइन फ्रॉड के प्रकार और बचने के बेसिक टिप्स पर चर्चा की थी। अब हम इस विषय को और गहराई से समझेंगे, ताकि आप पूरी तरह सतर्क रह सकें। ऑनलाइन फ्रॉड के नए तरीके (Latest Scam Techniques) कॉलर ID स्पूफिंग (Caller ID Spoofing) स्कैमर असली बैंक/कंपनी के नंबर की नकल करके कॉल करते हैं।आपको लगता है कि कॉल वैध है, लेकिन वे आपका डेटा चुराने की कोशिश करते हैं।

व्हाट्सएप/टेलीग्राम जॉब फ्रॉड घर बैठे कमाएं ₹10,000 रोजाना” जैसे मैसेज भेजकर लोगों को लालच दिया जाता है। पहले कुछ पैसे कमा लेते हैं, फिर बड़ी रकम डिपॉजिट करवाकर फ्रॉड करते हैं। फेक क्रेडिट/डेबिट कार्ड ब्लॉक अलर्ट आपका कार्ड ब्लॉक हो गया है, लिंक पर क्लिक करके अपडेट करें” जैसे SMS भेजे जाते हैं। लिंक पर क्लिक करते ही आपका बैंक अकाउंट हैक हो सकता है। रोमांस स्कैम (Romance Scam) सोशल मीडिया/डेटिंग ऐप्स पर फेक प्रोफाइल बनाकर लोगों से रिश्ता बनाया जाता है। बाद में पैसे की मदद मांगकर फ्रॉड किया जाता है। QR कोड स्कैम (QR Code Fraud)स्कैन करें और पेमेंट पूरा करें” कहकर फर्जी QR कोड भेजा जाता है। QR कोड स्कैन करते ही पैसे स्कैमर के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं।

ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के एडवांस्ड टिप्स लिंक चेक करने के तरीके
URL जांचें: https:// और लॉक आइकॉन होना चाहिए। छोटे URL को बड़ा करके देखें (जैसे Bit.ly लिंक को Expand करें)।
Google Safe Browsing Checker (https://transparencyreport.google.com/safe-browsing/search) से वेबसाइट स्कैन करें।
बैंक अकाउंट सुरक्षा के उपाय बैंक की ऑफिशियल ऐप ही इस्तेमाल करें (Play Store/App Store से डाउनलोड करें)। UPI Auto-Pay/Big Transactions पर अलर्ट सेट करें। बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन (Fingerprint/Face ID) का उपयोग करें। सोशल मीडिया प्राइवेसी सेटिंग्स प्रोफाइल को प्राइवेट रखें, सिर्फ जानने वालों को फॉलो करने दें। पर्सनल फोटो/डॉक्युमेंट्स पब्लिकली पोस्ट न करें। ईमेल फ्रॉड से बचाव सेंडर का ईमेल एड्रेस चेक करें (जैसे: support@icicibank.com असली है, icici.support@gmail.com फर्जी है)। अटैचमेंट (.exe, .zip) को डाउनलोड न करें अगर शक हो।
मोबाइल ऐप्स की सुरक्षा ऐप परमिशन चेक करें (क्या व्हाट्सएप को आपकी लोकेशन/कॉन्टैक्ट्स चाहिए?) फेक ऐप्स से बचें – रिव्यू और डाउनलोड काउंट जरूर देखें।

अगर फ्रॉड हो जाए तो तुरंत ये करें
बैंक/UPI हेल्पलाइन पर कॉल करें (जैसे: SBI – 1800 1234, PayTM – 0120-4456-456)। ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाएं और नया पासवर्ड/MPIN सेट करें।
Cyber Crime Portal (https://cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें। पुलिस में FIR लिखवाएं (अगर बड़ी रकम का फ्रॉड हुआ है)।
सरकारी हेल्पलाइन नंबर साइबर क्राइम हेल्पलाइन: 1930 NPCI (UPI फ्रॉड): 0120-4178999 RBI ग्राहक शिकायत: https://cms.rbi.org.in
ऑनलाइन फ्रॉडर्स हमेशा नए तरीके ईजाद करते रहते हैं, लेकिन जागरूकता और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। अगर कुछ शक लगे, तो तुरंत रुकें, रिसर्च करें और फिर कोई एक्शन लें। क्या आपको कभी कोई नया स्कैम देखने को मिला? कमेंट में बताएं ताकि दूसरे लोग भी सावधान हो सकें! ऑनलाइन पेमेंट में सावधानी केवल विश्वसनीय वेबसाइट (Amazon, Flipkart, Paytm) से ही शॉपिंग करें।

UPI पेमेंट में “Request Money” विकल्प को चेक करें, “Send” न करें।
सोशल मीडिया पर पर्सनल जानकारी शेयर न करें
अपना मोबाइल नंबर, एड्रेस या बैंक डिटेल्स सार्वजनिक न करें।

अजनबियों को फ्रेंड रिक्वेस्ट न स्वीकारें।
फेक कॉल्स और मैसेज को पहचानें
अगर कोई खुद को बैंक एजेंट बताकर OTP मांगे, तो उसे इग्नोर करें।

कभी भी किसी को अपना OTP, CVV या पिन न बताएं। एंटीवायरस और सिक्योर नेटवर्क का इस्तेमाल करें फोन और कंप्यूटर में अच्छा एंटीवायरस इंस्टॉल करें। पब्लिक Wi-Fi पर नेट बैंकिंग या पेमेंट न करें। अगर फ्रॉड हो जाए तो क्या करें? तुरंत अपने बैंक को कॉल करके ट्रांजैक्शन ब्लॉक करवाएं।

Cyber Crime Portal (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।

पुलिस या साइबर सेल को रिपोर्ट करें। ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए जागरूकता सबसे जरूरी है। थोड़ी सी सावधानी आपको लाखों का नुकसान होने से बचा सकती है। हमेशा शक की स्थिति में लिंक्स, कॉल्स और मैसेज को वेरीफाई करें। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें! क्या आप कभी ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हुए हैं? कमेंट में अपना अनुभव शेयर करें!

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